कैसा हो अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस
क्या हम महिलाओं को वह सम्मान और अधिकार दे रहे हैं जिसकी वो अधिकारी है? क्या साल में एक बार सोशल साइट्स पर बड़े-बड़े निरर्थक पोस्ट डालना दिखावा व ढोंग मात्र है?
क्या हम महिलाओं को वह सम्मान और अधिकार दे रहे हैं जिसकी वो अधिकारी है? क्या साल में एक बार सोशल साइट्स पर बड़े-बड़े निरर्थक पोस्ट डालना दिखावा व ढोंग मात्र है?
नेता उनसे कहता, “ कुत्ते पूरी दुनिया पर राज कर सकते हैं, लेकिन आप बिना किसी मकसद के अपनी ऊर्जा बर्बाद कर रहे हैं। यह आदत छोड़नी होगी। यही सबसे बड़ा पाप है, महा पाप है।
ऐसी अवधारणा, जो सबको समान मानने का आग्रह करती है . इसके अनुसार सामाजिक, संस्कृतिक या धार्मिक आधार पर किसी से भेदभाव नही होना चाहिए . उत्तम जीवन जीने हेतु सबके पास न्यूनतम संसधान होने चाहिए . चाहे विकासशील हो या विकसित देश हो, दोनो में सामाजिक न्याय का विचार व इसकी अभिव्यक्तियाँ राजनीतिक मर्यादाओं …